MWC शंघाई के एक न्यूज रूम पोस्ट के अनुसार, चीनी कंज्यूमर टेक्नोलॉजी ब्रांड ने यूजर सिक्योरिटी बेहतर करने के उद्देश्य से नए ऑन-डिवाइस एआई फीचर्स का प्रदर्शन किया। जो लोग लंबे समय तक स्क्रीन पर रहते हैं तो उसके चलते नजदीक की नजर कमजोर होती है तो ऐसे में ऑनर का एआई डिफोकस आई प्रोटेक्शन एक बेहतर समाधान प्रदान करता है। डिवाइस के डिस्प्ले पर डिफोकस ग्लास लगाकर यह टेक्नोलॉजी पेरिफेरेल (परिधीय) विजन में कंट्रोल डिफोकस को प्रदान करती है, जिससे मायोपिया से जुड़ी आंख की लंबाई बढ़ने की प्रकिया धीरे हो जाती है। शुरुआती टेस्टिंग से 25 मिनट पढ़ने के बाद नजदीकी विजन में औसतन 13 डिग्री की कमी का पता चलता है, कुछ यूजर्स को 75 डिग्री तक की कमी का अनुभव होता है।
दूसरी ओर Honor का एआई डीपफेक डिटेक्शन हेरफेर किए गए कंटेंट और ऑनलाइन स्कैम के बढ़ते खतरे में समाधान देता है। ऑन-डिवाइस फीचर, आई कॉन्टैक्ट, लाइटिंग कंसिटेंसी, इमेज क्लियरिटी और वीडियो प्लेबैक जैसे फैक्टर को चेक करता है जो कि अक्सर ह्यूमन आई (इंसानों आखों) द्वारा नहीं पहचाना जा सकता है।
इस AI को ऑनलाइन स्कैम से जुड़े वीडियो और फोटो के बड़े डेटासेट पर ट्रेन किया गया है। यह इसे सिर्फ तीन सेकंड में कंटेंट को चेक करने, स्क्रीन करने और तुलना करने की सुविधा देता है। जैसे ही सिंथेटिक या अलट्रेटेड कंटेंट का पता चलता है तो यूजर्स को संभावित स्कैम से बचाने के लिए तुरंत खतरे की चेतावनी मिलती है।
Honor ऑन-डिवाइस एआई के प्रति अपनी प्रतिबद्धता पर जोर देता है, यह मानते हुए कि यह यूजर्स की प्राइवसी की सिक्योरिटी करते हुए पर्सनलाइज सर्विस प्रदान करने का तरीका है। क्लाउड-बेस्ड एआई से अलग जो रिमोट सर्वर पर निर्भर करता है, ऑन-डिवाइस एआई सीधे स्मार्टफोन पर डाटा प्रदान करता है, जिससे यूजर्स के लिए ज्यादा कंट्रोल और सिक्योरिटी मिलती है।
Honor के सीईओ जॉर्ज झाओ एक ऐसे भविष्य की कल्पना करते हैं जहां ऑन-डिवाइस एआई यूजर्स को पावरफुल बनाएगा। यह उनके जीवन में आसानी से शामिल होगा और उनकी कैपेसिटी को बढ़ाएगा। एआई डिफोकस आई प्रोटेक्शन और एआई डीपफेक डिटेक्शन के साथ ऑनर इंसानों पर बेस्ड एआई की दमदार कैपेसिटी का प्रदर्शन करते हुए इस दिशा में बड़ा कदम उठा रहा है।