कैलिफोर्निया के प्रीमियम टेक ब्रैंड ऐपल की ओर से यूजर्स को एक खतरनाक मालवेयर के अटैक की चेतावनी दी गई है। कंपनी ने बताया है कि भारत और 981 अन्य देशों में स्मार्टफोन यूजर्स को ‘मर्सेनरी स्पाईवेयर’ की मदद से अटैक्स का शिकार बनाया जा रहा है। ऐपल ने बताया है कि इस मालवेयर अटैक के जरिए अटैकर्स को यूजर्स के डिवाइस का ऐक्सेस मिल जाता है और उन्हें नुकसान पहुंचाया जा सकता है।
इकोनॉमिक टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि मर्सेनरी स्पाईवेयर भी NSO ग्रुप के पेगासस मालवेयर के तरह ही इस तरह डिजाइन किया गया है, जिससे उसका पता लगाना आसान नहीं रह जाता। ऐपल की ओर से भेजे गए ईमेल में बताया गया है कि यह मालवेयर अन्य साइबर अटैक्स के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले मालवेयर्स से कहीं अलग और ज्यादा खतरनाक है। यह रिमोटली यूजर्स को अटैक करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
ऐपल नहीं अनलॉक करेगा केजरीवाल का iPhone, ED की कोशिशों पर इसलिए फिरा पानी
यूजर्स को सावधान रहने की जरूरत
कंपनी ने भारत में अपने सपोर्ट पेज को अपडेट कर दिया है और यूजर्स को बताया है कि वे अपने स्मार्टफोन को मर्सेनरी स्पाईवेयर अटैक से कैसे सुरक्षित रख सकते हैं। ऐपल ने कहा है कि आईफोन यूजर्स को रिमोटली अटैक करने के लिए नए स्पाईवेयर और मालवेयर की मदद ली जा सकती है। अटैकर्स इस आधार पर अटैक कर सकते हैं कि यूजर कौन है या फिर क्या करता है।
नए मालवेयर के साथ अलग बात यह है कि रेंडम डिवाइस को शिकार बनाने के बजाय अटैकर ऐपल ID के साथ तय कर सकते हैं कि उन्हें किसको निशाना बनाना है। कंपनी अपने यूजर्स को चेतावनी दे रही है और उन्हें अनजान लिंक्स पर क्लिक ना करें या फिर अपनी जानकारी शेयर ना करने की सलाह दी गई है।
₹3299 में मुड़ने वाला iPhone, ऐपल के लॉन्च करने से पहले ही कैसे मिलने लगा फोन?
पिछले साल भी मिला था बड़ा अलर्ट
आपको बता दें, ऐपल की ओर से बड़े खतरे की चेतावनी का यह हाल-फिलहाल यूजर्स को दिया गया दूसरा बड़ा अलर्ट है। इससे पहले पिछले साल अक्टूबर, 2023 में ऐपल ने कई देशों और भारत में स्टेट-स्पॉन्सर्ड अटैक्स की चेतावनी दी थी। हालांकि, कंपनी ने इस बारे में ज्यादा डीटेल्स शेयर नहीं किए थे।