प्रयागराज। अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा ने सिद्धार्थ मल्होत्रा के निर्देशन में बनी फिल्म ‘महाराज’ के खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन करने का बृहस्पतिवार को यहां निर्णय लिया। तीर्थ पुरोहित प्रयागवाल समाज द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा के अध्यक्ष रामकृष्ण तिवारी की अध्यक्षता में बृहस्पतिवार को यहां हुई एक बैठक में ‘महाराज’ फिल्म के खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया।
तीर्थ पुरोहित प्रयागवाल समाज के संयोजक श्रवण कुमार शर्मा ने कहा, “ महाराज हमारे इष्ट भगवान, सनातन धर्म और धर्म गुरुओं एवं हिन्दू जनमानस के विरोध में बनी फिल्म है और इस फिल्म ने हिन्दुओं की आस्था पर कुठाराघात किया है। इसे हम किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे।” उन्होंने कहा, “अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की मौजूदगी में सभी ने एक स्वर से यह निर्णय लिया कि फिल्म महाराज की रिलीज पर यदि पूरी तरह से प्रतिबंध नहीं लगाया जाएगा, तो महासभा के बैनर तले समूचे भारत के तीर्थों में व्यापक विरोध प्रदर्शन को हम बाध्य होंगे।”
उन्होंने बताया कि बैठक में महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री चन्द्रनाथ ने कहा कि भारत की संस्कृति में सनातन धर्म की बड़ी भूमिका है और यहां सभी वर्ग एक दूसरे से परस्पर जुड़े हुए हैं। चन्द्रनाथ ने कहा कि संत महात्मा, धर्मगुरु और धार्मिक स्थल भारत की पहचान और आस्था का केन्द्र हैं। बैठक में अखिल अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामकृष्ण तिवारी ने कहा महासभा से जुड़े तीर्थों में आज से ही इस फिल्म के विरोध में प्रदर्शन शुरू हो चुका है तथा विभिन्न प्रांतों के तीर्थ स्थलों पर महासभा के प्रतिनिधियों ने धरना-प्रदर्शन करके संबंधित अधिकारियों को अपना ज्ञापन भी सौंपा है।
शर्मा ने बताया कि इस विषय में महासभा के सभी प्रतिनिधियों से आग्रह किया गया है कि वे अपने-अपने राज्य के मुख्यमंत्री को भी पत्र एवं ईमेल के माध्यम अपने विरोध की जानकारी दें। उनका कहना था कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात का समय मांगा गया है।
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