छंटनी को ट्रैक करने वाले प्लेटफॉर्म Layoffs.fyi के अनुसार, 2024 के जून महीने तक, करीब 99,672 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया गया है। इन कर्मचारियों में Apple, Google, Microsoft और Meta जैसे टेक दिग्गज सहित 344 से ज्यादा कंपनियां शामिल हैं। इनमें से बड़ी संख्या में वे कंपनियां शामिल हैं, जो कोविड के समय से ही लगातार नौकरियों में कटौती करती आ रही है। भले ही इन छटनियों के मुख्य कारण सामने नहीं आए हैं, लेकिन कई कारणों में से एक निश्चित तौर पर AI टेक्नोलॉजी में जबरदस्त तेजी भी हो सकता है।
जबकि Twitter (अब X के नाम से प्रसिद्ध) और Meta जैसे दिग्गज पिछले कुछ वर्षों से छटनी कर रहे हैं, इस साल आंकड़ा बड़ा प्रतीत होता है, क्योंकि अभी आधा साल बीता है। तुलना के लिए बता दें कि ट्रैकर के मुताबिक, 2023 में 1,191 टेक कंपनियों द्वारा 263,180 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला था और 2022 में 1,064 टेक कंपनियों ने 165,269 लोगों की छटनी की थी। ऐसे में साल के मध्य में पहुंचते हुए एक लाख की संख्या को छूना चिंताजनक बात है।
वहीं, लेऑफ में भारतीय मूल की कंपनियां भी शामिल हैं, जिनमें कुछ बड़े नाम Flipkart, Simpl, Ola, Scaler, Byju’s और Swiggy हैं। भारत में बेस्ड हेडक्वार्टर वाली 23 कंपनियों ने मिलकर 2024 में अभी तक 1,600 से ज्यादा कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है, जिनमें 1,100 कर्मचारियों की छटनी अकेले Flipkart ने की।
इस महीने की शुरुआत में, Microsoft ने कथित तौर पर Azure Cloud डिवीजन और मिक्स्ड रियलटी यूनिट सहित विभिन्न बिजनेस में 1,000 से अधिक कर्मचारियों को निकाल दिया था। इसका कारण कंपनी के रणनीतिक मिशन को बताया गया। वहीं, Activision Blizzard के अधिग्रहण के बाद माइक्रोसॉफ्ट ने मुख्य रूप से अपने गेमिंग डिवीजन से 1,900 नौकरियां कम कर दी थीं।