Google ने दुनिया की सबसे तेज क्वांटम कम्प्यूटिंग चिप Willow को पेश किया है। Google ने ब्लॉग पोस्ट में इसके बारे में विस्तार से बताया है। क्वांटम कम्प्यूटिंग चिप ऐसी चिप कही जा रही है जो सुपर कंप्यूटर से भी कई गुना तेज है। साधारण शब्दों में कहें तो जिस कैलकुलेशन को सुपर कंप्यूटर कई सालों में हल करता उसे क्वांटम कम्प्यूटिंग चिप Willow महज कुछ मिनटों में हल कर सकती है। आप अंदाजा लगा सकते हैं कि यह कितनी फास्ट होगी!
क्या है क्वांटम कंप्यूटिंग?
क्वांटम कंप्यूटिंग क्वांटम मैकेनिक्स के सिद्धांतों पर काम करती है। यह ट्रेडिशनल कंप्यूटर्स से बिल्कुल अलग है। इसमें गणना के लिए सब-एटॉमिक पार्टिकल के बिहेवियर का इस्तेमाल किया जाता है। इसकी मदद से इसकी कैलकुलेशन बहुत फास्ट हो जाती है।
क्या है Willow क्वांटम चिप?
गूगल की Willow क्वांटम चिप को लेकर दावा किया जा रहा है कि यह बड़ी से बड़ी प्रॉब्लम को 5 मिनट में हल कर सकती है, जिसे सबसे तेज सुपर कंप्यूटर हल करने में 10 से 25 साल का वक्त ले सकते हैं। गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने सोशल मीडिया पोस्ट में इसके बारे में जानकारी दी। वहीं, एलन मस्क ने भी इस पर “Wow” लिखकर रिएक्शन दिया है।
Introducing Willow, our new state-of-the-art quantum computing chip with a breakthrough that can reduce errors exponentially as we scale up using more qubits, cracking a 30-year challenge in the field. In benchmark tests, Willow solved a standard computation in <5 mins that would…
— Sundar Pichai (@sundarpichai) December 9, 2024
Wow
— Elon Musk (@elonmusk) December 9, 2024
गूगल की Willow चिप की पूरी क्षमता को अभी टेस्ट नहीं किया गया है। इस चिप में ट्रांसमोन क्यूबिट का इस्तेमाल किया गया है। एक इलेक्ट्रिकल सर्किट इसमें काम करता है जो बेहद लो टेंप्रेचर में क्वांटम प्रॉपर्टी में ही रहता है।
Willow चिप का कहां होगा इस्तेमाल
Google की Willow क्वांटम कंप्यूटिंग चिप कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में क्रांतिकारी साबित हो सकती है। इसे दवाईयों की खोज, न्युक्लियर फ्यूजन एनर्जी, कार की बैटरी आदि डिजाइन करने में इस्तेमाल किया जाएगा।
कब शुरू होगा Willow चिप का इस्तेमाल
Willow चिप को गूगल ने अभी शुरुआती तौर पर पेश किया है। इसके प्रैक्टिकल इस्तेमाल में अभी कई साल का वक्त लग सकता है। इसका इस्तेमाल करना भी आसान नहीं होगा और इसमें बिलियन डॉलर का खर्च आने का अनुमान लगाया गया है।