गर्मी का सीजन अपने पीक पर चल रहा है, घर के अंदर पंखा चलता है तो ऐसा लगता है की ब्लोअर चल रहा है, और आपकी एनर्जी सूखती जाती है। टेंपरेचर 40 डिग्री से बढ़ते हुए कब 45 हो रहा है, कब 48 हो रहा है और कब 50 तक पहुंच जा रहा है यह कोई किताबी बात नहीं रह गई है। घर से बाहर निकालने की तो बात ही छोड़ दीजिए घर में भी आप उबलने लगते हैं।
ऐसी अवस्था में एक AC सॉल्यूशन के रूप में सामने आता है। क्या आप भी AC खरीदने की प्लानिंग कर रहे हैं तो यहां पर इसके दो महत्वपूर्ण फीचर के बारे में हम आपको बताएंगे। आज के समय में इनवर्टर AC और नॉन इनवर्टर AC का प्रचलन है तो आप भी अगर खरीदना चाहते हैं तो लिए बताते हैं कि कौन सा आपके लिए बेहतर रहेगा
अगर कूलिंग की बात की जाए तो आप सोच सकते हैं कि आखिर दोनों AC में से कौन सा अधिक ठंडा करता है। अगर इनवर्टर AC के बारे में बात करें तो इस AC का काम होता है कंप्रेसर की मोटर स्पीड को रेगुलेट करना। ऐसी अवस्था में जब इनवर्टर एसी चलता है और रूम ठंडा हो जाता है तब भी यह एसी कंप्रेसर को बंद नहीं होने देता है, बल्कि कंप्रेसर कम स्पीड पर ही चलता रहता है।
वहीं दूसरी तरफ नान इनवर्टर एसी इसका उल्टा काम करता है अर्थात अगर कमरा ठंडा हो जाए तो वह कंप्रेसर बंद हो जाता है और फिर जब कमर गर्म होता है तो कंप्रेसर चालू होता है ऐसे में आप समझ चुके होंगे कि ठंडा के लिहाज से दोनों में कौन सी बेहतरीन है।
इसके अलावा कीमत की बात करें तो इनवर्टर एसी आपको निश्चित रूप से अधिक पैसे में मिलता है। हालांकि इसमें कीमत में कुछ बहुत ज्यादा फर्क नहीं होता है थोड़ा बहुत जो फर्क होता है वह बिजली की बचत से आप समझ सकते हैं। अगर आप इनवर्टर एसी खरीदने वाले हैं तो शुरू में जरूर आपको थोड़े ज्यादा पैसे चुकाने पड़ेंगे लेकिन नॉन इनवर्टर एसी में बिजली बिल ज्यादा आता है और इसका कारण बड़ा साफ है कि कंप्रेसर कभी बंद होता है कभी चालू होता है।
इसके अलावा अगर रिपेयरिंग की बात करें तो आप यह समझ लीजिए कि अगर इनवर्टर एसी का PCB भी खराब हो जाए तो उसे ठीक करने में 5000 से अधिक का खर्चा आ सकता है। वहीं आउटडोर PCB खराब हो जाए तो इसे रिपेयर ही नहीं किया जा सकता बल्कि उस पार्ट को रिप्लेस करना पड़ता है और खर्च और भी ज्यादा बढ़ जाता है।
वहीं नॉन इनवर्टर एसी का खर्च इनवर्टर एसी की रिपेयरिंग और रिप्लेसमेंट से काफी कम होता है। ऐसे में आप समझ गए होंगे कि दोनों ही चीजों का अपना फायदा है और अपना नुकसान है। अब आप सोचिए कि आपके लिए कौन सा बेहतर AC हो सकता है।
– विंध्यवासिनी सिंह