नई दिल्ली. आजकल EV यानी इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल्स काफी पॉपुलर हो रहे हैं. ऐसे में लोगों के बीच ये कन्फ्यूजन बना रहता है कि लंबे समय तक चलाने के लिए EV ज्यादा किफायती या हैं पेट्रोल कारें. इसका जवाब अगर आप भी जानना चाहते हैं तो आपको बता दें कि टेक टुडे के साथ एक इंटरव्यू में मर्सिडीज-बेंज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के एमडी और सीईओ संतोष अय्यर ने इस बारे में बताया है. जो लोग इलेक्ट्रिक कार और पेट्रोल कार को लेकर कन्फ्यूज रहते हैं उनकी कन्फ्यूजन दूर हो जाएगी.
मर्सिडीज-बेंज इंडिया के हेड का मानना है कि लंबे समय में इलेक्ट्रिक कार चलाना पेट्रोल कार की तुलना में ज्यादा किफायती साबित होगा. उन्होंने कहा, ‘हालांकि सस्टेनेबिलिटी के लिए प्रीमियम देना होता है, लेकिन युवा ग्राहक इसे चुकाने को तैयार हैं. ईवी को रखने की कुल लागत कम है. हर महीने 2000 किलोमीटर ड्राइविंग के लिए, एक पेट्रोल कार में फ्यूल की लागत 12,000 रुपये हो सकती है, जबकि पब्लिक चार्जिंग के साथ ईवी की लागत लगभग 3,000- 3,500 रुपये होगी. ईवी के लिए मेंटेनेंस की लागत भी कम होती है.’
इसके अलावा, अय्यर ने कहा कि मर्सिडीज-बेंज नौ सालों से बाजार को लीड रही है और 2020 में भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल पेश करने वाली पहली कंपनी थी. कंपनी ने भारतीय बाजार के लिए खासतौर पर झारखंड में मर्सिडीज-बेंज का प्रोडक्शन प्लान्ट भी सेट किया है.
गौरतलब है कि मर्सिडीज-बेंज ने हाल ही में भारत में अपनी सबसे सस्ती इलेक्ट्रिक एसयूवी EQA 250+ लॉन्च की है, जिसकी शुरुआती कीमत 66 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) है. GLA का ये इलेक्ट्रिक वर्जन सिंगल, फुली-लोडेड वेरिएंट में आता है. इसमें 19-इंच व्हील्स और रोज़ गोल्ड एक्सेंट जैसे फीचर्स के साथ स्पोर्टी लुक दिया गया है. EQA 250+ में 70.5 kWh की बैटरी है जिसकी रेंज 560 किलोमीटर बताई गई है. इसे 35 मिनट में 10 प्रतिशत से 80 प्रतिशत तक चार्ज किया जा सकता है.
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FIRST PUBLISHED : July 12, 2024, 17:17 IST