माइक्रोसॉफ्ट की क्लाउड सेवाओं में एक बड़ी तकनीकी समस्या के कारण व्यापक व्यवधान उत्पन्न हो गया है। मध्य अमेरिकी क्षेत्र में माइक्रोसॉफ्ट की सेवाओं में आए इस व्यवधान के कारण कई एयरलाइन्स प्रभावित हुई हैं। यही नहीं कई उड़ानों को रद्द और विलंबित भी करना पड़ा है। क्लाउड आउटेज का असर इंडिगो और स्पाइसजेट जैसी भारतीय एयरलाइन कंपनियों पर भी पड़ा है, जिसके परिणामस्वरूप उनके लिए भी परिचालन संबंधी चुनौतियां उत्पन्न हो गई हैं।
मंत्रालय माइक्रोसॉफ्ट के साथ कर रहा बातचीत
माइक्रोसॉफ्ट में वैश्विक स्तर पर व्यवधान आने के बाद इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि भारत सरकार माइक्रोसॉफ्ट के संपर्क में है और समस्या के समाधान के लिए अपडेट जारी किए जा रहे हैं। इसकी जानकारी अश्विनी वैष्णव ने एक्स पर पोस्ट शेयर कर दी है। उन्होंने लिखा एमईआईटीवाई वैश्विक आउटेज के संबंध में माइक्रोसॉफ्ट और उसके सहयोगियों के संपर्क में है। इस आउटेज का कारण पहचान लिया गया है और समस्या को हल करने के लिए अपडेट जारी कर दिए गए हैं।
बीजेपी नेता राजीव चंद्रशेखर ने दिया बयान
भाजपा नेता राजीव चंद्रशेखर ने कहा, “माइक्रोसॉफ्ट 365 और माइक्रोसॉफ्ट सूट का उपयोग लाखों भारतीय करते हैं। इस प्लेटफॉर्म पर कोई भी व्यवधान कई कंपनियों के व्यवसाय और संचालन को बाधित करता है। मुझे उम्मीद है कि माइक्रोसॉफ्ट जल्द ही सेवाएं बहाल कर देगा। मुझे विश्वास है कि भारत सरकार माइक्रोसॉफ्ट के साथ मिलकर यह सुनिश्चित करेगी कि सेवाएं जल्द से जल्द बहाल हो जाएं।
ऑस्ट्रेलिया में आपातकालीन बैठक
मामले की गंभीरता पर विचार करने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने माइक्रोसॉफ्ट मुद्दे पर एक आपातकालीन बैठक बुलाई है। तकनीकी व्यवधानों के कारण पूरे ऑस्ट्रेलिया में समाचार आउटलेट, बैंक, सुपरमार्केट, हवाई अड्डे और दूरसंचार सेवाओं सहित विभिन्न संस्थान प्रभावित हो रहे हैं। सिडनी, मेलबर्न और कैनबरा हवाई अड्डों पर वर्तमान में परिचालन संबंधी व्यवधान हो रहे हैं, जिसके कारण चेक-इन करने वाले यात्रियों को परेशानी हो रही है। आस्ट्रेलियाई सरकार के एक प्रतिनिधि ने बताया कि स्थिति से निपटने के लिए राष्ट्रीय आपातकालीन तंत्र समूह शीघ्र ही बैठक करेगा। प्रवक्ता ने कहना है कि ऑस्ट्रेलियाई सरकार इस समस्या के समाधान के लिए राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा समन्वयक के साथ मिलकर काम कर रही है। हम समझते हैं कि ट्रिपल-0 सेवाएं फिलहाल इस व्यवधान से प्रभावित नहीं हैं। वर्तमान जानकारी के अनुसार यह व्यवधान प्रभावित कम्पनियों द्वारा नियोजित तृतीय-पक्ष सॉफ्टवेयर प्लेटफॉर्म में तकनीकी समस्या के कारण हुआ है।”