मार्केट रिसर्च फर्म इंटरनेशनल डेटा कॉरपोरेशन (IDC) की रिपोर्ट के अनुसार, दूसरी तिमाही में बहुत से नए स्मार्टफोन लॉन्च किए हैं। इनमें से अधिकतर मिड-प्रीमियम और प्रीमियम सेगमेंट में थे। हालांकि, दूसरी तिमाही में एंट्री-लेवल स्मार्टफोन्स (8,400 रुपये से कम प्राइस) की शिपमेंट्स वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 36 प्रतिशत घटी है। इन सेगमेंट का मार्केट शेयर पिछले वर्ष की समान तिमाही में 22 प्रतिशत से कम होकर लगभग 14 प्रतिशत रह गया है। इस सेगमेंट में चीन की स्मार्टफोन मेकर Xiaomi की सबसे अधिक हिस्सेदारी है। इसके बाद Poco और Realme हैं।
स्मार्टफोन्स के बजट सेगमेंट (लगभग 8,400 रुपये से 16,800 रुपये का प्राइस) में शिपमेंट्स वर्ष-दर-वर्ष आधार पर लगभग 8 प्रतिशत बढ़ी हैं। इस सेगमेंट में भी Xiaomi सबसे आगे है। इसके बाद Realme और Vivo हैं। एंट्री-प्रीमियम सेगमेंट (लगभग 16,800 रुपये से 33,500 रुपये का प्राइस) में सबसे अधिक 42 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। इसमें चाइनीज स्मार्टफोन मेकर Oppo सबसे आगे है। इसके बाद Vivo और Samsung हैं। स्मार्टफोन्स के मिड-प्रीमियम सेगमेंट (लगभग 33,500 रुपये से 50,400 रुपये का प्राइस) में शिपमेंट्स वर्ष-दर-वर्ष आधार पर लगभग 25 प्रतिशत घटी हैं। इस सेगमेंट का मार्केट का मार्केट शेयर पिछले वर्ष की समान तिमाही में लगभग 5 प्रतिशत से कम होकर लगभग 4 प्रतिशत रह गया है। इसमें Vivo का सबसे अधिक लगभग 25 प्रतिशत मार्केट शेयर है। इसके बाद OnePlus और Oppo हैं।
दूसरी तिमाही में स्मार्टफोन्स के प्रीमियम सेगमेंट (लगभग 50,400 रुपये से 67,100 रुपये का प्राइस) में शिपमेंट्स लगभग 37 प्रतिशत घटी हैं। इस सेगमेंट में अमेरिकी डिवाइसेज मेकर Apple सबसे आगे है। इसके बाद दक्षिण कोरिया की Samsung है। सुपर-प्रीमियम सेगमेंट (प्राइस 67,100 रुपये से ज्यादा) में शिपमेंट्स वर्ष-दर-वर्ष आधार पर लगभग 22 प्रतिशत बढ़ी हैं। इसमें एपल की सबसे अधिक लगभग 83 प्रतिशत हिस्सेदारी है। कंपनी के iPhone 15, iPhone 15 Plus, iPhone 14 और iPhone 14 Plus को कस्टमर्स से अच्छा रिस्पॉन्स मिला है। दूसरे स्थान पर सैमसंग 16 प्रतिशत मार्केट शेयर के साथ है।