कंपनी ने TechCrunch को एक स्टेटमेंट में बताया है कि वह डेटा की चोरी की एक घटना का शिकार बनी है। इस मामले की लगभग दो सप्ताह पहले रिपोर्ट मिली थी। कंपनी ने बताया है कि हैकर्स ने ‘महत्वपूर्ण डेटा’ में सेंध लगाई है। हालांकि, इसने यह पुष्टि नहीं की है कि इस सायबर अटैक में कस्टमर्स का डेटा भी चोरी हुआ है या नहीं। हाल ही में एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि हैकर्स ने कंपनी के डेटा में सेंध लगाने के लिए टेलीग्राम चैटबॉट्स का इस्तेमाल किया था।
स्टार हेल्थ ने बताया कि इस मामले की सायबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स की ओर से फॉरेंसिंक जांच चल रही है। इसके साथ ही कंपनी जांच के प्रत्येक चरण में सरकार और रेगुलेटरी अथॉरिटीज के साथ मिलकर कार्य कर रही है। पिछले महीने हुए इस सायबर अटैक में कंपनी के लगभग 3.1 करोड़ पॉलिसीहोल्डर्स का व्यक्तिगत डेटा और 58 लाख से अधिक इंश्योरेंस क्लेम्स का डेटा चोरी होने की रिपोर्ट है। ऐसा बताया गया था कि बाद में इस डेटा को मैसेजिंग प्लेटफॉर्म Telegram के जरिए लीक किया गया था। इसके बाद कंपनी ने इस डेटा को लीक करने में कथित तौर पर मदद करने के लिए टेलीग्राम के खिलाफ कानूनी मामला दर्ज कराया था।
मद्रास हाई कोर्ट ने टेलीग्राम को देश में ऐसे चैटबॉट्स और वेबसाइट्स को ब्लॉक करने का आदेश दिया था जिन्होंने इस डेटा को ऑनलाइन उपलब्ध कराया है। इसके अलावा स्टार होल्थ ने सॉफ्टवेयर कंपनी Cloudflare के खिलाफ भी लीक हुए डेटा की होस्टिंग करने वाली वेबसाइट्स को सर्विसेज देने के लिए एक शिकायत दर्ज कराई है। पिछले कुछ वर्षों में कंपनियों के डेटाबेस में हैकर्स के सेंध लगाने के मामले बढ़े हैं। इनमें से कुछ मामलों में हैकर्स ने डेटा को लीक नहीं करने के लिए बड़ी रकम की भी मांग की थी।
लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।
Online, Star Health, Forensic, Insurance, Market, Demand, Website, Government, Investigation, Telegram, Messaging, Policyholders, Court, Order, Data