जीएसएमए इंटेलिजेंस का अनुमान है कि देश में अगले 6 साल में 5G मोबाइल सब्सक्राइबर्स की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी होगी और डेटा का इस्तेमाल भी उसी स्पीड से तेज होगा।
5G सब्सक्राइबर्स की संख्या में बढ़ोतरी होने से डेटा खपत में भी इजाफा होगा। इससे टेलिकॉम कंपनियां भी अपना निवेश बढ़ाने को प्रेरित होंगी। अनुमान यह भी है कि साल 2023 से 2029 के बीच देश में डेटा खपत 15 फीसदी की कंपाउड इंटरेस्ट ग्रोथ रेट से बढ़ेगी और 68GB प्रति माह तक पहुंच जाएगी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि एशिया-प्रशांत क्षेत्र में, भारत और इंडोनेशिया अपने आर्थिक लचीलेपन, रोजगार सृजन और इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए डिजिटाइजेशन का फायदा उठाने की स्थिति में हैं। भारत में 2030 तक 120 करोड़ स्मार्टफोन कनेक्शन होने का अनुमान है, जबकि इंडोनेशिया के 2030 तक 38.7 करोड़ कनेक्शन होने की उम्मीद है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि मोबाइल टेक्नॉलजी और सर्विसेज साल 2023 में एशिया-प्रशांत क्षेत्र की GDP का 5.3 फीसदी था। इससे इस क्षेत्र में 1.3 करोड़ जॉब्स पैदा हुईं। जीएसएमए के महानिदेशक मैट्स ग्रैनरीड का कहना है कि भारत और इंडोनेशिया न सिर्फ एशिया-प्रशांत क्षेत्र के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश हैं, बल्कि वे इस क्षेत्र के लिए डिजिटल और आर्थिक विकास के भविष्य का इंजन भी हैं।