एमजी और महिंद्रा को पीछे छोड़ते हुए टाटा मोटर्स भारी अंतर से ईवी सेल्स लिस्ट में आगे है। पंच ईवी और नेक्सन ईवी की बदौलत टाटा के पास 73% से अधिक बाजार हिस्सेदारी है। वित्त वर्ष 2024 (अप्रैल 2023 और मार्च 2024) की अवधि के दौरान भारत में लगभग 91,000 इलेक्ट्रिक कारें बेची गईं। मार्च 2024 में इलेक्ट्रिक वाहन की बिक्री 7.50% YoY और 31042% MoM बढ़कर 9,503 यूनिट हो गई। मार्च 2023 में 8,840 यूनिट्स की बिक्री हुई और फरवरी 2024 में 7,231 यूनिट बेची गईं, जो इस सेगमेंट में बढ़ती डिमांड को दर्शाता है।
GST फ्री हुई हुंडई की ये कार, ग्राहकों के सीधे ₹1.37 लाख रुपये बच जाएंगे
टाटा मोटर्स की बिक्री
टाटा मोटर्स (Tata Motors) ने 73.71% बाजार हिस्सेदारी हासिल की है। टियागो, टिगोर, पंच और नेक्सन ईवी के साथ टाटा ने मार्च 2024 में 7,005 यूनिट की बिक्री देखी और 73.71 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी हासिल की। हालांकि, यह मार्च 2023 में बेची गई 7,313 यूनिट से 4.21 प्रतिशत कम थी। फरवरी 2024 में बेची गई 4,941 यूनिट से MoM के आधार पर बिक्री में 41.77% की वृद्धि हुई।
एमजी कॉमेट और जेडएस ईवी की बिक्री
एमजी मोटर के इलेक्ट्रिक सेगमेंट में कॉमेट और जेडएस हैं। पिछले महीने इसकी 1,131 यूनिट्स की बिक्री हुई। यह सालाना आधार पर 118.76% की वृद्धि थी, जबकि MoM की बिक्री में भी 7.41% की मजबूत वृद्धि देखी गई।
महिंद्रा XUV400 की बिक्री
महिंद्रा लाइनअप में एकमात्र इलेक्ट्रिक मॉडल महिंद्रा XUV400 है, जिसकी पिछले महीने 616 यूनिट की बिक्री देखी गई, जो मार्च 2023 में बेची गई 259 यूनिट से 155.21% ज्यादा है। MoM की बिक्री भी फरवरी 2024 में बेची गई 622 यूनिट से 6.27% बढ़ी।
Citroen eC3 की बिक्री
Citroen eC3 की बिक्री मार्च 2023 में 209 यूनिट थी। लेकिन, इसकी बिक्री पिछले महीने घटकर 178 यूनिट पर आ गई, जबकि फरवरी 2024 में इसकी केवल 79 यूनिट हो गई।
हुंडई कोना और आयनिक 5 की बिक्री
हुंडई कोना और आयोनिक 5 की बात करें तो इन दो कारों की बिक्री पिछले महीने में 206.25% सालाना बढ़कर 147 यूनिट हो गई। यह फरवरी 2024 में बेची गई 118 यूनिट की तुलना में 24.58 प्रतिशत की MoM वृद्धि थी।
BYD की बिक्री
BYD E6, Atto3 और Seal की बिक्री सालाना आधार पर 54.33% और 4.20% MoM घटकर 137 यूनिट रह गई है, जबकि MoM की बिक्री को भी 4.20% का झटका लगा है।
GST फ्री हुई हुंडई की ये कार, ग्राहकों के सीधे ₹1.37 लाख रुपये बच जाएंगे