Car AC Tips : दिल्ली में पारा 45 डिग्री के पार पहुंच रहा है. पूरा उत्तर भारत गर्मी की भंयकर चपेट में है. राजस्थान में तो एक-दो जगहों पर तापमान 50 डिग्री को छू चुका है. ऐसे में कार से चलने वाले लोगों के लिए बड़ी मुसीबत हो रही है. छाया में खड़ी कार के अंदर भी जबरदस्त गर्मी होती है. कार में बैठने वालों का हाल ऐसा होता है, जैसे किसी तंदूर में बैठ गए हों. कार में एयर कंडीशनर ऑन करने के बाद भी कम से 10-15 मिनट में कार ठंडी होती है.
यदि आप भी ऐसी ही समस्या से जूझ रहे हैं तो हम आपके लिए कुछ टिप्स लाए हैं, जो आपको इस गर्म मौसम में ठंडक देंगे. आपकी कार जल्दी ठंडी होगी और इसके चलते गर्मी की वजह से होने वाले हेल्थ इशूज़ से भी बच जाएंगे.
कार के अंदर की हवा को बाहर करें
अच्छी कूलिंग के लिए सबसे जरूरी है कि कार के अंदर बन चुकी गर्माहट को बाहर निकाला जाए. यह आपको एसी ऑन करने से पहले करना होगा. कैसे करेंगे? पहले कार की अल्टरनेटिव विंडोज़ को खोलिए, मतलब आगे वाली राइट साइड तो पीछे वाली लेफ्ट साइड से. अब सिर्फ फैन चलाएं. इससे अंदर की हवा बाहर निकलने लगेगी. जैसे ही अंदर की गर्माहट बाहर निकले, तब एयर कंडीशनर चला दें. पहले के मुकाबले अब आपका कार तेजी से कूल होगी.
रीसर्कुलेशन मोड का इस्तेमाल करें
जैसे ही आप कार का एयर कंडीशनर ऑन करें, वैसे ही आपको रीसर्कुलेशन मोड भी ऑन कर देना चाहिए. ऐसा करने से बाहर की गर्म हवा अंदर नहीं आ पाएगी. रीसर्कुलेशन से कार का केबिन जल्दी ठंडा हो जाएगा. बता दें कि यह फीचर लगभग सभी नई कारों में मिलता है. इसे ऑन करने पर, कार की कैबिन में बाहरी हवा को आने से रोका जाता है और बजाय इसके, वाहन के अंदर पहले से मौजूद हवा को रीसर्कुलेट किया जाता है.
इस मोड के कुछ और भी फायदे हैं, जैसे कि यह केबिन के अंदर की हवा की क्वालिटी को सुधारता है. हवा में मौजूद किसी भी तरह की स्मैल को फिल्टर करता है. केबिन को तेजी से गर्म या ठंडा करने में हेल्पफुल है. हवा को रीसर्कुलेट करने से एयर कंडीशनिंग कम्प्रेसर पर जोर पड़ता है. जिससे कुछ हद तक फ्यूल भी बचता है.
कुछ और बिंदुओं पर भी ध्यान दिए जाने की जरूरत है-
एसी के ऑटो स्टार्ट या ऑटो स्टॉप का फीचर को ऑफ रखें. यदि ऐसा हो तो कार को ऑफ करते ही एसी का कम्प्रेसर भी काम करना बंद कर देगा, जिसकी वजह से कार को फिर से कूल करने में बहुत अधिक ताकल और फ्यूल लगेगा.
एसी को ऑटो मोड में रखें – नई कारों के एसी में ऑटो मोड का फीचर भी होता है. इसका मतलब, जब आपकी कार के अंदर का तापमान सेट टेम्परेटर तक पहुंच जाए तो कम्प्रेसर अपने आप बंद हो जाएगा. ऐसा करने से फ्यूल तो कम लगेगा ही, साथ ही कार का केबिन भी देर तक कूल रहेगा.
साफ हो एसी का कंडेंसर – कार के एसी सिस्टम में कंडेंसर एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. यह अधिक गर्माहट को बाहर निकालकर रेफ्रिजरेंट को फिर से ठंडा करता है. लेकिन धूल-मिट्टी से कंडेंसर अवरुद्ध हो सकता है, जिससे धीरे-धीरे कार के एसी के काम करने की क्षमता कम हो जाती है. इसलिए कंडेंसर की नियमित सफाई जरूरी है. साथ ही, गर्मियों में इसकी सर्विस करवाना भी आवश्यक है, ताकि एसी अच्छे से काम करता रहे.
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FIRST PUBLISHED : May 27, 2024, 13:07 IST